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Chapter 7: पेड़ होने का अर्थ Balbharati solutions for Hindi - Yuvakbharati 12th Standard HSC Maharashtra State Board chapter 7 - पेड़ होने का अर्थ [Latest edition]

Chapter 7: पेड़ होने का अर्थ

Balbharati solutions for Hindi - Yuvakbharati 12th Standard HSC Maharashtra State Board chapter 7 - पेड़ होने का अर्थ [Latest edition]

आकलन | Q 1 | Page 39

लिखिए :

पेड़ का बुलंद हौसला सूचित करने वाली दो पंक्तियाँ :

(१) ____________

(२) ____________

Solution: 

(१) भेड़िया, बाघ, शेर की दहाड़ पेड़ किसी से नहीं डरता है।

(२) पेड़ रात भर तूफान से लड़ा है।


आकलन | Q 2 | Page 39

कृति पूर्ण कीजिए :

Chapter 7: पेड़ होने का अर्थ Balbharati solutions for Hindi - Yuvakbharati 12th Standard HSC Maharashtra State Board chapter 7 - पेड़ होने का अर्थ [Latest edition]


Solution: 

पेड़ इन रूपों में दाता है

(अ) पेड़ कवि को कागज देता है।

(ख)पेड़ प्रशासन को कुर्सी देता है।

(ग)पेड़ वैद्य को दवाई देता है।

(घ)पेड़ फल-फूल देता है।


शब्द संपदा | Q 1 | Page 39

निम्नलिखित भिन्नार्थक शब्दों का अर्थपूर्णवाक्य में प्रयोग कीजिए :

साँस - सास

Solution: 

साँस - सच कहा गया है कि जब तक साँस है, तब तक आशा नहीं छोड़नी चाहिए।

सास - अपने गुणों के कारण रुचि सास की बहुत लाड़ली है।


शब्द संपदा | Q 2 | Page 39

निम्नलिखित भिन्नार्थक शब्दों का अर्थपूर्णवाक्य में प्रयोग कीजिए :

ग्रह - गृह

Solution: 

ग्रह - संपूर्ण सौर मंडल में शनि सबसे सुंदर ग्रह है।

गृह - आलोक ने गृह-प्रवेश के अवसर पर बड़ी शानदार पार्टी दी।


शब्द संपदा | Q 3 | Page 39

निम्नलिखित भिन्नार्थक शब्दों का अर्थपूर्णवाक्य में प्रयोग कीजिए :

आँचल-अंचल

Solution: 

आँचल - अनन्या सात साल की हो गई है पर अभी भी माँ का आँचल पकड़े उसके पीछे-पीछे घूमती रहती है।

अँचल - भाई की पोस्टिंग चंबल अँचल में होने पर घर के सभी लोग बहुत चिंतित हुए।


शब्द संपदा | Q 4 | Page 39

निम्नलिखित भिन्नार्थक शब्दों का अर्थपूर्णवाक्य में प्रयोग कीजिए :

कुल-कूल

Solution: 

कुल - रामचंद्र जी सूर्य कुल के सूर्य थे।

कूल - नदी के कूल पर ठंडी हवा मन को मोह रही थी।


अभिव्यक्ति | Q 1 | Page 40

‘पेड़ मनुष्य का परम हितैषी’, इस विषय पर अपना मंतव्य लिखिए ।

Solution: 

पेड़ मनुष्य का परम हितैषी है। प्रकृति की ओर से धरती को दिया गया अनमोल उपहार है पेड़। सभी प्रकार की वनस्पतियाँ, फल, फूल, अनाज, लकड़ी, खनिज सभी हमें पेड़ों से ही मिलते हैं। पेड़ हमें इमारती लकड़ी, ईंधन, पशुओं के लिए चारा, औषधि, लाख, गोंद, पत्ते आदि देते हैं। हम जो विषैली वायु बाहर छोड़ते हैं, वृक्ष उसे ग्रहण करके स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक वायु हमें प्रदान करते हैं और हमें जीवन देते हैं। पेड़ वर्षा कराने में भी सहायक होते हैं। हमें अपने जीवन में वृक्षों के महत्व को समझना चाहिए।


अभिव्यक्ति | Q 2 | Page 40

‘भारतीय संस्कृति मेंपेड़ का महत्त्व’, इस विषय पर अपने विचार व्यक्त कीजिए ।

Solution: 

भारतीय संस्कृति में आदि काल से पेड़ों का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। पेड़ों को देवताओं का स्थान दिया गया है। पेड़ों की पूजा की जाती थी। उनके साथ मनुष्यों के समान आत्मीयता बरती जाती थी। पीपल के पेड़ की पूजा-अर्चना की जाती थी स्त्रियाँ उपवास करके उसकी परिक्रमा करती थी और जल अर्पण करती थी। इसी प्रकार केले के पेड़ के पूजन की भी प्रथा थी। तुलसी का पौधा तो आज भी अत्यंत पवित्र माना जाता है। बेल के पेड़ के पत्ते भगवान शंकर के मस्तक पर चढ़ाए जाते हैं। वातावरण की शुद्धता के लिए पेड़ अत्यंत आवश्यक हैं क्योंकि हम जो विषैली वायु बाहर छोड़ते हैं, पेड़ उसे ग्रहण करके स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक वायु हमें प्रदान करते हैं और हमें जीवन देते हैं।


रसास्वादन | Q 1 | Page 40

‘पेड़ हौसला है, पेड़ दाता है’, इस कथन के आधार पर संपूर्ण कविता का रसास्वादन कीजिए।

Solution: 

पेड़ होने का अर्थ कविता में कवि डॉ. मुकेश गौतम पेड़ के माध्यम से मनुष्य को मानवता, परोपकार आदि मानवोचित गुणों की प्रेरणा दे रहा है। मनुष्य जरा-सी प्रतिकूल परिस्थिति आने पर या किसी कार्य में मनचाही सफलता न मिलने पर हौसला खो बैठता है। पेड़ भयंकर आँधी-तूफान का सामना करता है, घायल होकर टेढ़ा हो जाता है, परंतु वह अपना हौसला नहीं छोड़ता। पेड़ के हौसले के कारण शाखों में स्थित घोंसले में चिड़िया के चहचहाते छोटे-छोटे बच्चे सारी रात भयंकर तूफान चलते रहने के बाद भी सुरक्षित रहते हैं। सचमुच पेड़ का घोंसला बहुत बड़ा है। पेड़ बहुत बड़ा दाता है। पेड़ की जड़, तना, शाखाएँ, पत्ते, फूल, फल और बीज अर्थात पेड़ का कोई भी भाग अनुपयोगी नहीं होता। अपने स्वार्थ के लिए पेड़ पर कुल्हाड़ी चलाने वालों, उसे काटने वालों के किसी भी दुर्व्यवहार व अत्याचार का पेड़ कभी बदला लेने का नहीं सोचता। वह तो जीवन भर देता ही रहता है। हम श्वासोच्छ्वास के माध्यम से जो विषैली वायु बाहर छोड़ते हैं, पेड़ उसे स्वच्छ करके हमें स्वास्थ्यवर्धक वायु प्रदान करता है। पेड़ रोगों के लिए विभिन्न प्रकार की औषधियाँ देता है। मनुष्य समाज में किसी की शवयात्रा हो या कोई शुभ कार्य, या फिर किसी की बारात, पेड़ सभी को पुष्पों की सौगात देता है। पेड़ कवि को कागज, कलम तथा स्याही, पेड़ वैद्य और हकीम को विभिन्न रोगों के लिए दवाएँ तथा शासन और प्रशासन के लोगों को कुरसी, मेज और आसन देता है। वास्तव में देखा जाए तो पेड़ की ऐसी कोई भी वस्तु नहीं है, जो मनुष्य के काम न आती हो। पेड़ संत के समान है, जो दूसरों को देते ही हैं, किसी से कुछ भी अपेक्षा नहीं रखते। वास्तविकता तो यह है कि पेड़ दधीचि है। जिस प्रकार दधीचि ने देवताओं की रक्षा के लिए वज्रास्त्र बनाने के लिए जीते-जी अपनी अस्थियाँ भी दान कर दी थीं, उसी प्रकार पेड़ बिना किसी स्वार्थ के जीवन भर देता ही रहता है।


साहित्य संबंधी सामान्य ज्ञान | Q 1 | Page 40

नयी कविता का परिचय - ____________

Solution: 

नयी कविता में काव्य क्षेत्र में नए भाव बोध को व्यक्त करने के लिए शिल्प पक्ष और भाव पक्ष के स्तर पर नए प्रयोग किए गए। नए प्रतीकों, उपमानों और प्रतिमानों को ढूँढ़ा गया। परिणामस्वरूप नयी कविता आज के मनुष्य के व्यस्त जीवन का दर्पण और आस-पास की सच्चाई की तस्वीर बनकर उभरी।


साहित्य संबंधी सामान्य ज्ञान | Q 2 | Page 40

डॉ. मुकेश गौतम जी की रचनाएँ - ____________

Solution: 

(१) अपनों के बीच

(२) सतह और शिखर

(३) सच्चाइयों के रू-ब-रू

(४) वृक्षों के हक में

(५) लगातार कविता

(६) प्रेम समर्थक हैं पेड़

(७) इसकी क्या जरूरत थी (कविता संग्रह)


Balbharati Solutions for Hindi - Yuvakbharati 12th Standard HSC Maharashtra State Board Chapterwise List.

The answers for the Balbharati books are the best study material for students. These Balbharati Solutions for Hindi - Yuvakbharati 12th Standard HSC Maharashtra State Board will help students understand the concepts better.

Chapter 1: नवनिर्माण

Chapter 2: निराला भाई

Chapter 3: सच हम नहीं; सच तुम नहीं

Chapter 4: आदर्श बदला

Chapter 5.1: गुरुबानी

Chapter 5.2: वृंद के दोहे

Chapter 6: पाप के चार हथि यार

Chapter 7: पेड़ होने का अर्थ

Chapter 8: सुनो किशोरी

Chapter 9: चुनिंदा शेर

Chapter 10: ओजोन विघटन का संकट

Chapter 11: कोखजाया

Chapter 12: सुनु रे सखिया, कजरी

Chapter 13: कनुप्रिया

Chapter 14: पल्लवन

Chapter 15: फीचर लेखन

Chapter 16: मैं उद्घोषक

Chapter 17: ब्लॉग लेखन

Chapter 18: प्रकाश उत्पन्न करने वाले जीव