Chapter 1: कृषक का गान
संजाल पूर्ण कीजिए :
SOLUTION
कवि की चाह
कृषक की संतोष की भावना और अभिमा पर मान करना
मनुजता के ध्वज के नीचे कृषक का आह्वान करना
कृतियाँ पूर्ण कीजिए :
SOLUTION
कृषक इन स्थितियों में अविचल रहता है
पतझड
धूप
SOLUTION
कविता में प्रयुक्त ऋतुओं के नाम
मधुमास
पटझर
वाक्य पूर्ण कीजिए :
कृषक कमजोर शरीर को
SOLUTION
कृषक कमजोर शरीर को पत्तियों से पालता है।
कृषक बंजर जमीन को
SOLUTION
कृषक बंजर जमीन को अपने खून से सींचकर उर्वरा बना देता है।
निम्नलिखित पंक्तियों में कवि के मन में कृषक के प्रति जागृत होने वाले भाव लिखिए :
SOLUTION
कविता में आए इन शब्दों के लिए प्रयुक्त शब्द हैं :
निर्माता - ______
शरीर - ______
राक्षस - ______
मानव - ______
SOLUTION
निर्माता - सृजक
शरीर - तन
राक्षस - असुर
मानव - मनुजता
कविता की प्रथम चार पंक्तियों का भावार्थ लिखिए।
हाथ में संतोष की तलवार ले जो उड़ रहा है,
जगत में मधुमास, उसपर सदा पतझर रहा है,
दीनता अभिमान जिसका, आज उसपर मान कर लूँ ।
उस कृषक का गान कर लूँ ।।
SOLUTION
कृषक के अभावों की कोई सीमा नहीं है। परंतु वह संतोष रूपी धन के सहारे अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। पूरे संसार में कैसा भी वसंत आए, कृषक के जीवन में सदैव पतझड़ ही बना रहता है। अर्थात ऋतुएँ बदलती हैं, लोगों की परिस्थितियाँ बदलती हैं, परंतु कृषक के भाग्य में अभाव ही अभाव हैं। ऐसी दयनीय स्थिति के बावजूद उसे किसी से कुछ माँगना अच्छा नहीं लगता। वह हाथ फैलाना नहीं जानता। कृषक को अपनी दीन-हीन दशा पर भी नाज है। मैं ऐसे व्यक्ति पर अभिमान करना चाहता हूँ। कृषक के गीत गाना चाहता हूँ।
निम्न मुद्दों के आधार पर पद्य विश्लेषण कीजिए :
रचनाकार कवि का नाम
रचना का प्रकार
पसंदीदा पंक्ति
पसंदीदा होने का कारण
रचना से प्राप्त प्रेणा
SOLUTION
रचनाकार कवि का नाम - दिनेश भारद्वाज।
रचना का प्रकार - गान।
पसंदीदा पंक्ति - हाथ में संतोष की तलवार ले जो उड़ रहा है।
पसंदीदा होने का कारण - अनगिनत अभावों के होते हुए भी कृषक के पास संतोष रूपी धन है।
रचना से प्राप्त प्रेणा - कृषक दिन-रात परिश्रम करके संपूर्ण सृष्टि का पालन करता है। हमें उसके परिश्रम के महत्त्व को समझना चाहिए। उसका सम्मान करना चाहिए।
Balbharati Solutions for Hindi - Lokbharati 10th Standard SSC Maharashtra State Board [हिंदी - लोकभारती १० वीं कक्षा]
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