Chapter 2: महिला आश्रम
संजाल पूर्ण कीजिए :
SOLUTION
गुलदाउदी की विशेषताएँ
१) सरदी के मौसम में फूलने वाला फूल
२) इसकी कलियाँ महीनों तक नहीं खुलतीं
३) ये (फूल) बहुत टिकते हैं
४) एक-एक पंखुड़ी करके खिलती है
कारण लिखिए :
काका जी ने कंपास बॉक्स मँगाकर रखा
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काका जी को तारों के नक्शे बनाने थे, इसलिए उन्होंने कंपास बॉक्स में कर रखा।
लेखक ने फूल के गमले अपने पास से निकाल दिए
SOLUTION
काका जी के पासवाले गमलों में लगे फूलों के पौधे सूख गए थे, इसलिए काका जी ने फूलों के गमले अपने पास से निकाल दिए।
लिखिए :
जिन्हें ‘ता’ प्रत्यय लगा हो ऐसे शब्द पाठ से ढूँढ़कर उन प्रत्ययसाधित शब्दों की सूची बनाइए।
SOLUTION
पाठ में प्रयुक्त पर्यायवाची शब्द लिखकर उनका स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
SOLUTION
१. घर = मकान।
घर – वाक्य : मनुष्य को अपने ही घर में सुकून मिलता है ।
माकन – वाक्य : महानगरों में रोटी और वस्त्र तो किसी तरह मिल भी जाता है, पर मकान की व्यवस्था बहुत जटिल होती है।
२. बोझ = भार ।
बोझ – वाक्य : गरीब लोगों के लिए गृहस्थी के खर्च का बोझ उठाना आसान नहीं होता।
भार वाक्य : जिम्मेदार व्यक्ति दिए गए कार्य का भार उठाने में प्रसन्नता महसूस करते हैं।
प्रवाह तालिका पूर्ण कीजिए :
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आश्रम के नियम
१. पूरी पहचान और परिचय के बिना किसी भी महिला को दाखिल नहीं किया जाएगा।
२. दाखिल हुई कोई भी महिला जब चाहे तब आश्रम छोड़ सकती है।
३. आश्रम को ठीक न लगे तो वह एक या तीन महीने का नोटिस देकर किसी को भी आश्रम से हटा सकता है।
४. आश्रम किसी एक धर्म से चिपका नहीं होगा।
‘पत्र लिखने का सिलसिला सदैव जारी रहना चाहिए’ इस संदर्भ में अपने विचार लिखिए।
SOLUTION
हर युग में पत्रों का बहुत महत्त्व हुआ करता था प्राचीन काल में राजाओं-महाराजाओं के यहाँ विचारों के आदान-प्रदान के लिए पत्र-वहन की अपनी व्यवस्था थी। कबूतर जैसे पक्षी के माध्यम से भी पत्र भेजने का उल्लेख मिलता है। आम जनता के पत्र भेजने की सरकारी व्यवस्था थी। सरकारी दूर-दराज के क्षेत्रों में पत्र पहुँचाने के लिए घोड़े और ऊँट आदि जानवरों का प्रयोग करते थे। आधुनिक काल में डाकघरों के माध्यम से पत्र भेजे जाते हैं। पर आजकल संचार माध्यम का बहुत तेजी से विकास होने के कारण संदेश भेजने के माध्यम में बहुत प्रगति हो रही है। पत्रों के साथ ई-मेल से संदेश भेजने की प्रक्रिया खूब लोकप्रिय हुई। आजकल अपनी बात दूसरों तक पहुँचाने में मोबाइल फोन अच्छा काम कर रहा है। पत्र (संदेश) भेजने के माध्यमों में समय के अनुसार बदलाव भले आता गया हो, पर पत्र (संदेश) का महत्त्व हमेशा बना रहेगा। सरकारी कामकाज तथा व्यवसाय के क्षेत्र में लेन-देन की बात भले फोन पर हो जाए, पर जब तक पत्र के माध्यम से लिखित रूप में कुछ नहीं होता, तब तक बात आगे नहीं बढ़ती है। इस तरह पत्र लिखने का सिलसिला सदा जारी रहा है और भविष्य में भी यह सिलसिला जारी रहेगा।
‘संदेश वहन के आधुनिक साधनों से लाभ-हानि’ विषय पर अस्सी से सौ शब्दों तक निबंध लिखिए।
SOLUTION
एक समय ऐसा था, जब संदेशवहन के साधन बहुत सीमित थे। संदेश वहन का सर्वसुलभ और लोकप्रिय साधन पत्र हुआ करता था। तार और टेलीफोन भी संदेशवहन के साधन थे। तार का संकट काल के समय उपयोग किया जाता था और टेलीफोन सबके लिए उपलब्ध नहीं था।
आज जमाना बदल गया है। आज संदेश वहन के एक-से-बढ़ कर एक साधन उपलब्ध हैं। आप देश के किसी भी कोने में बैठे हों, क्षण भर में मोबाइल फोन पर अपना मनचाहा नंबर डायल करके सामनेवाले से बात कर सकते हैं। अपने मोबाइल फोन पर सामनेवाले को सामने-सामने बात करते हुए देख सकते हैं। वीडियो कांफ्रेसिंग में अलग-अलग जगहों पर बैठे लोगों से अपने घर में बैठकर सामने-सामने लोग बात कर लेते हैं। व्हाट्सएप पर अपने चित्र, डॉक्यूमेंट स्कैन करके क्षण भर में सामनेवाले तक पहुँचा सकते हैं। एस.एम.एस., फेसबुक, ट्विटर से मनचाहा संदेश भेजा जा सकता है।
ई-मेल से पत्र के रूप में लिखित समाचार भेज सकते हैं, जिसे प्रमाण के रूप में रखा जा सकता है।
संदेश वहन के आधुनिक साधनों के कारण जनता को जहाँ इस तरह की सुविधाएँ उपलब्ध हैं, वहीं लोगों को इनसे अनेक परेशानियाँ भी हो रही हैं। आप इन साधनों के कारण सबसे जुड़े हुए हैं। तरह तरह के लोग इसका फायदा उठाकर आपको अनावश्यक एस.एम.एस.के द्वारा तंग कर सकते हैं, आपको ठगने की कोशिश कर सकते हैं। एस.एम.एस. के द्वारा झूठी बातें और अफवाह भी फैलाई जा सकती हैं। मोबाइल फोन से अधिकतर लोग चिपके रहते हैं और अपना समय बर्बाद करते रहते हैं।
इस तरह आधुनिक संदेशवहन के साधनों से जहाँ अनेक प्रकार के लाभ हैं, वहीं उनसे कुछ नुकसान भी हैं। पर इससे चिंता करने की जरूरत नहीं है। आधुनिक संदेशवहन साधनों की कमियाँ भी धीरे-धीरे दूर हो जाएँगी, ऐसी उम्मीद हमें रखनी चाहिए।
निम्न शब्दों से बने दो मुहावरों के अर्थ लिखकर उनका स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
आँख
१. अर्थ : ______
वाक्य : ______
२. अर्थ : ______
वाक्य : ______
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आँख
१. मुहावरा − आँखों का तारा होना।
अर्थ − बहुत प्यारा होना।
वाक्य: कृष्ण माता यशोदा की आँखों के तारे थे।
२. मुहावरा − आँख लगना।
अर्थ − सो जाना।
वाक्य: पढ़ाई करते-करते रमा की आँख लग गई।
मुँह
१. अर्थ : ______
वाक्य : ______
२. अर्थ : ______
वाक्य : ______
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मुँह
१. मुहावरा − मुँह में पानी आना।
अर्थ − खाने को जी ललचाना।
वाक्य: रसगुल्ले देखकर बच्चों के मुँह में पानी आ गया।
२. मुहावरा − मुँह छिपाना।
अर्थ − लज्जित होना।
वाक्य: चोरी करते हुए पकड़े जाने पर चोर मुँह छिपाने लगा।
दाँत
१. अर्थ : ______
वाक्य : ______
२. अर्थ : ______
वाक्य : ______
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दाँत
१. मुहावरा − दाँत पीसना।
अर्थ − क्रोधित होना।
वाक्य: घर में सामान बिखरा हुआ देखकर पिता जी दाँत पीसने लगे।
२. मुहावरा − दाँत खट्टे करना।
अर्थ − परास्त करना।
वाक्य: युद्ध में भारतीय सेना ने शत्रुओंके दाँत खट्टे कर दिए।
हाथ
१. अर्थ : ______
वाक्य : ______
२. अर्थ : ______
वाक्य : ______
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हाथ
१. मुहावरा − हाथ मलना।
अर्थ − पछताना।
वाक्य: परीक्षा की तैयारी का समय खत्म हो जाने पर मीरा हाथ मलती रह गई।
२. मुहावरा − हाथ-पाँव फूलना।
अर्थ − घबरा जाना।
वाक्य: कमरे में साँप को रेंगता देखकर रामू के हाथ-पाँव फूलने लगे।
हृदय
१. अर्थ : ______
वाक्य : ______
२. अर्थ : ______
वाक्य : ______
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हृदय
१. मुहावरा − हृदय पसीजना।
अर्थ − द्रवित होना।
वाक्य: वृद्धाश्रम में वृद्धों को देखकर मेरा हृदय पसीज गया।
२. मुहावरा − हृदय में चोट लगना।
अर्थ − दुख पहुँचना।
वाक्य: उनकी तीखी बातों से मेरे हृदय में चोट लग गई।
अपने मित्र/सहेली को जिला विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त होने के उपलक्ष्य में बधाई देते हुए निम्न प्रारूप में पत्र लिखिए।
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Balbharati Solutions for Hindi - Lokbharati 10th Standard SSC Maharashtra State Board [हिंदी - लोकभारती १० वीं कक्षा]
• Chapter 1.03: वाह रे ! हमदर्द
• Chapter 1.05: गोवा : जैसा मैंने देखा
• Chapter 1.07: खुला आकाश (पूरक पठन)
• Chapter 2.02: दो लघुकथाएँ (पूरक पठन)
• Chapter 2.05: ईमानदारी की प्रतिमूर्ति
• Chapter 2.06: हम इस धरती की संतति हैं (पूरक पठन)
• Chapter 2.08: अपनी गंध नहीं बेचूँगा
• Chapter 2.09: जब तक जिंदा रहूँ, लिखता रहूँ
• Chapter 2.1: बूढ़ी काकी (पूरक पठन)