Chapter 4: मेरा भला करने वालों से बचाएँ
लिखिए:
लेखक की चिंता करने वाले
SOLUTION
लड़कि यों के झुंड
क्रेडि ट कार्ड वाला
वाटर फिल्टर लगाने वाला
चार टिकियों में एक मुफ्त साबुन की टिकिया देने वाला
लेखक का योग के प्रति मोह भंग हो गया है
SOLUTION
एक दिन लेखक योग वालों के दायरे में शामिल हो गए और उन्हें पता चला कि आपको ठहाका लगाने का आधार एक-दूसरे को चुटकुला सुनना है। जब लेखक को योग वालों के ठहाका लगाने का राज समझ में आ गया, तब उनका योग के प्रति मोह भंग हो गया।
कारण लिखिए
लेखक की परेशानी के कारण
SOLUTION
समाचार परता के साथ आने वाले ढेर सारे कागज
पौफलेट पढ़ने बैठने पर अखबार पढ़ने का वक़्त न बचना
उपसर्गयुक्त शब्द लिखिए:
SOLUTION
प्र
• प्रगति
• प्रयत्न
• प्रक्रिया
SOLUTION
अ
• अचल
• अनाथ
• अमर
SOLUTION
वि
• विजय
• विज्ञानं
• विशेष
SOLUTION
नि
• निडर
• नियम
• निरादार
प्रत्यययुक्त शब्द लिखिए
इ
(१) ____________
(२) ____________
(३) ____________
SOLUTION
(१) भक्ति
(२) उपस्तिथ
(३) प्रगति
इक
(१) ____________
(२) ____________
(३) ____________
SOLUTION
(१) साहित्यिक
(२) धार्मिक
(३) सामाजिक
ता
(१) ____________
(२) ____________
(३) ____________
SOLUTION
(१) महानता
(२) मानवता
(३) प्रभुता
ईय
(१) ____________
(२) ____________
(३) ____________
SOLUTION
(१) भारतीय
(२) स्वर्गीय
(३) शासकीय
मुफ्त में मिलने वाली चीजों के प्रति लोगों की मानसिकतास्पष्ट कीजिए।
SOLUTION
ग्राहक कोई सामान तभी खरीदता है, जब उसे उसकी आवश्यकता होती है। पर कभी-कभी आवश्यकता न होने पर भी किसी कारण से वह सामान खरीद लेता है। इस कारण में प्रमुख है।
उसे कोई-न-कोई लालच दिखाकर सामान खरीदने के लिए प्रेरित किया जाना। इनमें मुफ्त सामान देना, कम कीमत या आधी कीमत में सामान देने का लालच होता है।
इस प्रकार के मुफ्त सामान बिक्री केंद्रों में ग्राहकों की भारी भीड देखी जाती है। ऐसे बिक्री केंद्रों से लोग मुफ्त सामान के आकर्षण में अनावश्यक सामान भी खरीद लाते हैं। व्यापार का नियम है, घाटे में कोई सीमा न करना। व्यापारी सामान में लगी लागत और अपना नाम लेकर ही चीज बेचता है। कुछ ग्राहकों को इस बात की जानकारी भी होती है कि व्यापारी ग्राहकों को मुफ्त में दिए जाने वाले सामान की कीमत किसी-न- किसी तरीके से निकाल ही लेता है। फिर भी लोग मुफ्त की चीजों को लेने का लालच संवरण नहीं कर पाते और उसका लाभ लेने पहुँच ही जाते हैं। इसलिए इस तरह के विक्री केंद्रों में ग्राहकों की भारी भीड़ देखी जाती है।
अखबार के दफ्तर से आए दो युवकों से मिले लेखक केअनुभव को अपने शब्दों में लिखिए ।
SOLUTION
एक दिन लेखक के पास दो युवक आते हैं। वे अपने आप को अखबार के दफ्तर से आया हुआ बताते है। वे लेखक से कहते है कि वे फिल्में दिखाते हैं और उन पर उनकी राय के लिए उन्हें बुलाएँगे। लेखक को उनकी बात सुनकर अच्छा लगता है। उनकी सहमति पाकर दोनों युवक अपना काम शुरू कर देते हैं। इस बीच लेखक को किसी काम में लगा हुआ देखकर वे उनके सामने हस्ताक्षर के लिए एक कागज रख देते हैं। वे उनसे कहते हैं कि कागज में लिखी बातों को पढ़ने में केवल समय की बर्बादी होगी। इसलिए वे बस हस्ताक्षर कर दें। लेखक उनकी कही गई बातों पर विश्वास करके कागज पर हस्ताक्षर कर देते हैं। बाद में वे अखबार के दफ्तर से बुलावा आने की राह देखते रहते हैं। बुलावा तो नहीं आता, पर एक दिन उन्हें एक विदेशी बैंक का क्रेडिट कार्ड मिलता है। खोजबीन करने पर उन्हें पता चलता है कि उन्होंने जिस कागज पर हस्ताक्षर किया था, वह उस विदेशी बँक के क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन पत्र था। अखबार के आफिस से आए युवकों का इस विदेशी बैंक से काँट्रैक्ट था। लेखक को बिना कागज पढ़े उस पर हस्ताक्षर करने की अपनी गलती का अहसास होता है।
जानकारी दीजिए:
राजेंद्र सहगल जी की साहित्यिक कृतियाँ।
SOLUTION
(1) हिंदी उपन्यास, तीन दशक (शोध प्रबंध)
(2) असत्य की तलाश, धर्म बिका बाजार में (व्यंग्य संग्रह)
अन्य व्यंग्य रचनाकारों के नाम।
SOLUTION
हिंदी के अन्य व्यंग्य रचनाकारों के नाम इस प्रकार है:
(1) श्रीलाल शुक्ल (2) हरिशंकर परसाई (3) के. पी. सक्सेना
(4) रवींद्रनाथ त्यागी (5) शरद जोशी (6) शंकर पुणतांबेकर।
निम्नलिखित रस के उदाहरण दीजिए:
वीर
SOLUTION
वीर रस : वीर रस के उदाहरण निम्नलिखित हैं :
(1) दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में वह तलवार पुरानी थी।
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी।
(2) चला इंद्रजित अतुलित जोधा। बंधु निधन सुनि उपजा क्रोधा।।
कपि देखा दारुन भट आवा। कटकटी गर्जा अरु धावा।।
अति विशाल तरु एक उपारा। बिरथ कीन्ह लंकेश कुमारा।।
रहे महाभट ताके संगा। गहि-गहि कपि मर्दइ निज अंगा।।
तिनहि निपाति ताहिसन बाजा। भिरे जुगल मानहुँ गजराजा।।
मुठिका मारि चढ़ा तरु जाई। ताहि एक छन मुरछा आई ।।
करुण
SOLUTION
करुण रस:
(1) अबला जीवन हाय! तुम्हारी यही कहानी।
आँचल में है दूध और आँखों में पानी।।
(2) वह आता -
दो-ट्रक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता।
पेट-पीठ दोनों मिलकर हैं एक चल रहा लकुटिया टेक
मुट्ठी भर दाने को, भूख मिटाने का
मुँह फटी झोली फैलाता।
(3) प्रियपति! वह मेरा प्राण प्यारा कहाँ है,
दुख, जल निधि डूबी का सहारा कहाँ है!
लख मुख जिसका में आज जी सकी हूँ,
वह हृदय हमारा नयनतारा कहाँ है।
भयानक
SOLUTION
भयानक रस:
(1) उधर गरजती सिंधु लहरिया ।
कुटिल काल के जालों-सी।
चली आ रही फेन उगलती
फन फैलाए व्यालों-सी ।
(2) हाट-बाट, कोट-ओट अटनि अगार पौरि।
खौरि-खौरि दौरि-दौरि दीन्ही अति आगि है।
आरत-पुकारत सम्हारत न कोऊ काहू
व्याकुल जहाँ सो तहाँ लोग चले भागी हैं।
बालधी फिरावें, बार-बार झुरावे, झरे।
बुंदिया-सी, लंक पिलाय पागि-पागि है।
तुलसी विलोकि अकुलानि जातुधानी कहें,
चित्रहू के कपि से निसाचर न लागि हैं।
Hindi - Yuvakbharati 11th Standard Balbharti Solutions for HSC Maharashtra State Board
• Chapter 2: लघुकथाएँ (उषा की दीपावली, मुस्कु राती चोट)
• Chapter 4: मेरा भला करने वालों से बचाएँ
• Chapter 5.1: मध्ययुगीन काव्य - भक्ति महिमा
• Chapter 5.2: मध्ययुगीन काव्य - बाल लीला
• Chapter 9: गजलें (दोस्ती, मौजूद)
• Chapter 10: महत्त्वाकांक्षा और लोभ
• Chapter 12: सहर्ष स्वीकारा है
• Chapter 13: नुक्कड़ नाटक (मौसम, अनमोल जिंदगी)
• Chapter 14: हिंदी में उज्ज्वल भविष्य की संभावनाएँ
• Chapter 15: समाचार : जन से जनहित तक
• Chapter 16: रेडियो जॉकी
• Chapter 17: ई-अध्ययन : नई दृष्टि
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